स्वास्थ्य योजना में प्रोग्रेस अच्छी नहीं होने पर कलेक्टर श्री अनुराग वर्मा ने स्वास्थ्य अधिकारियों पर असंतोष व्यक्त करते हुये कहा कि वे अपने अधीनस्थ मैदानी अमले को टाइट करें। जो योजनाओं में प्रगति नहीं ला रहे है, उनके खिलाफ कार्रवाही करें। उन्होंने कहा कि ऐसा प्रतीत होता हो रहा है कि स्वास्थ्य अधिकारी योजनाओं की मॉनीटरिंग नहीं कर रहे है। स्वास्थ्य अधिकारी अधीनस्थों पर कार्रवाही करने में संकोच क्यों करते है, इस प्रकार की पूअर प्रोग्रेस अगली बैठक में मिली तो विभागीय अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाही होगी। यह निर्देश कलेक्टर श्री अनुराग वर्मा ने बुधवार को नवीन कलेक्ट्रेट सभागार में जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक में अधिकारियों को दिये। इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी श्री आरसी बांदिल, सिविल सर्जन डॉ. एके गुप्ता, शिक्षा, डीपीसी, बीएमओ, सीडीपीओ सहित ब्लॉक स्तर के स्वास्थ्य कर्मी भी उपस्थित थे।
कलेक्टर श्री अनुराग वर्मा ने समीक्षा के दौरान पाया कि पोरसा एवं सबलगढ़ की महिला अलग-अलग दिनांकों में इन दोनों महिलाओं की मृत्यु डॉक्टरों की लापरवाही के कारण हो गई थी। इस प्रकार की पुर्नावती आगे मुझे मिली तो ऐसी कार्रवाही की जायेगी, जिसका उस डॉक्टर ने सोचा भी नहीं होगा। लापरवाही में पोरसा के एमओ डॉ. पुष्पेन्द्र डण्डोतिया को तत्काल कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिये है। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य अधिकारी स्वास्थ्य के प्रति सजग रहकर पद के दायित्वों का निर्वहन करें। अगली बैठक में स्वास्थ्य प्रति किसी प्रसव या स्वास्थ्य संबंधी योजनाओं में लापरवाही मिली तो सख्त कार्रवाही होगी।कलेक्टर श्री वर्मा ने कहा कि समीक्षा बैठक में विभागीय योजनाओं में स्थिति अच्छी नहीं है। इस पर भी अधिकारी ध्यान दें। विशेषकर जिले में प्रायवेट हॉस्पीटलों में जन्म के बाद कम वजन या पर्याप्त संसाधन नहीं है। किन्तु प्रसव के लिये लोंगो के प्रेरित करते है। ऐसे चिकित्सालयों को सीएमएचओ नोटिस जारी करें। बैठक में पोषण पुनर्वास केन्द्र के बारे में भी जिले के सीडीपीओ को निर्देश दिये कि जिले की सभी एनआरसी की बैड संख्या फुल रहे। इस ओर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। उन्होंने शिशु मृत्य के संबंध में भी जानकारी प्राप्त की। कलेक्टर ने परिवार नियोजन के तहत लक्ष्य को पूर्ण करने के निर्देश स्वास्थ्य अधिकारियों को दिये। उन्होंने कहा कि महिलाओं के साथ पुरूष नसबंदी को भी बढ़ावा दिया जाये। कलेक्टर ने टीकाकरण के संबंध में भी विस्तार से निर्देश दिये। उन्होंने मलेरिया की स्लाइड बनाने एवं पुनरीक्षित क्षय नियंत्रित कार्यक्रम के संबंध में भी अधिकारियों को निर्देश दिये। कलेक्टर ने समस्त बीएमओ को निर्देश दिये कि मैदानी स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं की बैठक लें। बैठक में क्या निर्देश दिये गये है, किसकी कितनी प्रोग्रेस आई है, उन सभी की प्रोसेडिंग हर मीटिंग की मुझे उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें।
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