मुरैना कलेक्टर श्री अनुराग वर्मा ने कहा कि नगरीय एवं ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजल, सिंचाई आदि की आवश्यकता को दृष्टिगत रखते हुये अनेकों नलकूप उत्खनन किये जा रहे है, लेकिन उन्हें सुरक्षा की दृष्टि से संबंधित द्वारा ढ़कने की व्यवस्था नहीं की जा रही है। इस कारण नलकूप खुले होने से छोटे-छोटे बच्चों, जानवरों के गिरने की घटना घटित होने की पूर्ण आशंका बनी रहती है। उन्होंने कहा कि अभी हाल ही में निवाड़ी जिले में नलकूप को खुला रखने से छोटे बच्चे के गिरने से निरंतर रेस्क्यू किये जाने के उपरान्त भी बच्चे की जान को नहीं बचा सके। इसको ध्यान में रखते हुये नगरीय एवं ग्रामीण क्षेत्रों में पूर्व से खनित नलकूप एवं वर्तमान में किये जा रहे नलकूप खनन के दौरान उन्हें संबंधित द्वारा ढ़कने की व्यवस्था (केपिंग) सुनिश्चित किये जाने हेतु क्रियान्वयन एजेन्सी को निर्देश दिये है। कलेक्टर श्री अनुराग वर्मा ने कहा कि नगरीय निकायों में पूर्व के एवं वर्तमान में हो रहे नलकूप उत्खनन के संबंध में नगर निगम एवं समस्त नगर पालिकायें अभियान चलाकर यह सुनिश्चित करेंगे कि कोई भी बोर खुला नहीं है। सुरक्षा की दृष्टि से पूर्णतः सुरक्षा घेरा तैनात है, इस संबंध का लिखित प्रमाणीकरण प्रस्तुत करेंगे। अपने-अपने क्षेत्र से संबंधित विभाग प्रमुख तथा आयुक्त नगर निगम, मुख्य नगर पालिका अधिकारी व्यक्तिशः नलकूप कार्य को ढ़कने की जिम्मेदारी रहेगी।
इसी प्रकार ग्रामीण क्षेत्रों में पूर्व में एवं वर्तमान में हो रहे नलकूप उत्खनन के संबंध में संबंधित ग्राम पंचायत अभियान चलाकर यह सुनिश्चित करेंगे कि कोई भी खनित नलकूप खुला नहीं है। सुरक्षा की दृष्टि से पूर्णतः सुरक्षा घेरा तैनात है, इस संबंध का लिखित प्रमाणीकरण प्रस्तुत करेंगे। अपने-अपने क्षेत्र से संबंधित मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत व्यक्तिशः नलकूप कार्य को ढ़कने की जिम्मेदारी रहेगी। इस कार्य की गंभीरता तथा आपदा की स्थिति को दृष्टिगत रखते हुये 15 दिवस में कार्य पूर्ण कराया जाये। कार्य समयावधि में पूर्ण न होने तथा कोई घटना घटित होने पर संबंधित के विरूद्ध कठोरात्मक कार्रवाही की जायेगी।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें