आधा घंटा सुबह और आधा घंटा शाम बैठकर सीएम हेल्पलाइन को अभियान के तौर पर हल करें, अधिकारी सीएम हेल्पलाइनों को अगली टीएल तक 50 प्रतिशत निपटायें- कलेक्टर

कलेक्टर श्री अनुराग वर्मा ने कहा कि पिछले माह उपचुनाव के कारण अधिकारियों ने सीएम हेल्पलाइन पर ध्यान नहीं दिया है इस कारण सीएम हेल्पलाइन की संख्या 4 डिजिट में पहुंच चुकी है। इनको हल नहीं किया गया तो यह आंकडा प्रदेश में मुरैना का नाम निचले पायदान पर पहुंचा देगा। इससे सभी अधिकारी प्रतिदिन आधा घंटा सुबह और आधा घंटा शाम ऑपरेटर के साथ बैठें और सीएम हेल्पलाइन अगली टीएल तक 50 प्रतिशत तक निपटायें। जो अधिकारी इस कार्य में रूचि नहीं लेगा उसके खिलाफ कानूनी कार्यवाही की जायेगी। उन्होंने सीएम हेल्पलाइन, 300 दिवस, 100 दिवस एवं टीएल पत्रों की समीक्षा करते समय यह निर्देश उन्होंने नवीन कलेक्ट्रेट सभाकक्ष मुरैना में चल रही बैठक में जिला अधिकारियों को दिये। इस अवसर पर मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री तरूण भटनागर, अपर कलेक्टर, आयुक्त नगर निगम श्री अमर सत्य गुप्ता, उपजिला निर्वाचन अधिकारी श्री एल के पाण्डे, समस्त एसडीएम, समस्त जिलाधिकारी, जनपद सीईओ एवं नगरीय निकायों के सीएमओ उपस्थित थे।     
    कलेक्टर श्री अनुराग वर्मा ने सीएम हेल्पलाइन की समीक्षा के दौरान पाया कि राजस्व विभाग की 1790, सामान्य प्रशासन की 134 फूड की 1284, पंचायती राज की 1122, जनपद कैलारस की 212, शिक्षा की 605 शिकायतें लंबित हैं। इसी प्रकार 300 दिवस की शिकायतें लोक स्वास्थ्य की 361, स्वास्थ्य विभाग की 282, नरेगा की 204, पीएचई विभाग की 218, लीड बैंक की 218, उपसंचालक कृषि की 170, पीएमजीएसवाई की 283, सिविल सर्जन की 133 एसआरएलएम की 116, सामाजिक न्याय की 116, सीमांकन की 98, श्रम विभाग की 94, राजस्व की 598 शिकायतें लंबित हैं। इसी प्रकार 100 दिवस की सीएम हेल्पलाइन भी बडी संख्या में पोर्टल पर दिख रही हैं। इस प्रकार की स्थिति से ऐसा प्रतीत होता है कि कई अधिकारी सीएम हेल्पलाइन के पोर्टल को खोलकर ही नहीं देखते हैं जिससे यह शिकायतें दिख रही हैं।
    कलेक्टर ने कहा कि समस्त अधिकारी एक अभियान के तौर पर अपने अपने विभागों में अधीनस्थों के साथ बैठकर समीक्षा करे, इसके अलावा कई शिकायतें बाजरा खरीदी, राशन न मिलना, पात्रता पर्ची, राजस्व संबंधी शिकायतें ऐसी होंगी जिन्हें पोर्टल पर ही देखने पर हल किया जा सकता है। जेन्यूअन शिकायतें लंबित नहीं रहनी चाहिये। कलेक्टर ने इस अवसर पर टीएल पत्रों की विस्तार से समीक्षा की। जिसमें साफ सफाई, नाली, नाला निर्माण की शिकायतें पाई गईं जिन्हें नगर निगम के द्वारा शीघ्र हल करने के निर्देश कलेक्टर ने दिये। 

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