मुरैना जिला चिकित्सालय में आने वाली ग्रामीण व शहरी गर्भवती महिलाओं की जांच व परामर्श निःशुल्क

स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण द्वारा चलाये जा रहे मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य कार्यक्रम के बारे में जानकारी देते हुये सिविल सर्जन डॉ. एके गुप्ता ने बताया कि मातृ एवं शिशु मृत्यु को बचाने, गर्भवती महिलाओं को गर्भ का पता चलते ही प्रथम पंजीयन कराना चाहिये। जिससे गर्भवती महिला की जांच समय के अनुसार हो सके। एनीमिया से बचाव टीकाकरण में देरी न हो और मां बच्चे के स्वास्थ्य के लिये फौलिक एसिड, आयरन की गोली आदि का उपयोग हो सके। जिससे डिलेवरी के समय होने वाली परेशानियों से बचा जा सके। अगर गर्भवती महिला को जांच के समय एनेमिक या खतरे के चिन्ह, लक्षण दिखाई दे, तो तुरंत स्वास्थ्य संस्था में जाकर अपना ईलाज कराये, जिससे मां और शिशु दोनों स्वस्थ्य रह सके। जिला चिकित्सालय में प्रतिदिन आने वाली ग्रामीण एवं शहरी गर्भवती महिलाओं की जांच व परामर्श निःशुल्क किया जा रहा है। 
  

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