आईटीसी मिशन सुनहरा कल के माध्यम से जिला पंचायत मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री तरूण भटनागर के मार्गदर्शन मध्यप्रदेश डे राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के अंतर्गत जिला परियोजना प्रबंधक श्री दिनेश तोमर, जिला प्रबंधक धर्मेन्द्र करोरिया (बित्त) के में समझाइश से समस्त मुरैना जिले वित्तीय साक्षरता की 49 वित्तीय साक्षरता सीआरपी दीदियों (एफएलसी) की ड्राइव संचालित है।
इसी कड़ी में ब्लॉक पोरसा में वित्तीय साक्षरता का प्रशिक्षण ग्रामीण स्व सहायता समूहो को दिया जा रहा है, जिसमें सात मोड्यूल है। एक आमदनी और खर्च 2 बचत और निवेश 3 कर्ज 4 बीमा 5 पेंसन 6 स्व सहायता समूह 7 डिजिटल लेन देन। इन विषयों पर स्व सहायता समूहो को प्रशिक्षण दिया जा रहा, जिसमे उन्हें बताया जायेगा की आय या आमदनी के स्त्रोत कम है और खर्च ज्यादा है हम अपने खर्चो पर कैसे नियंत्रण कर अपने सपनो को पूरा कर सकते है। पूंजी को कहां निवेश कर सकते है, कर्ज लेना हमें आसान रहता है, अच्छा कर्ज कौन सा है और बुरा कर्ज कौन सा है। इस संबंध में विस्तार से समझाईश दी।वहीं बीमा के माध्यम से जोखिम से सुरक्षा रहती है, हमारे लिए बीमा कितना जरूरी है, पेंशन कौन-कौन सी है, स्वसहयता समूह किया है और डिजिटल लेंन-देन करने से क्या -क्या लाभ है। हमें अपने सपनो को साकार करने के लिए बचत करना बहुत जरूरी है। उस बचत को सही तरीके से खर्च करना बहुत जरूरी है। ग्राम खोयला में जय माता स्व सहायता समूह द्वारा बाली माता स्व सहायता समूह, शीतला माता स्व सहायता समूह, माँ पथवारी स्व सहयता समूह को बित्तीय सक्षरता की दो दिवसीय प्रशिक्षण दिया गया।
53 पंचायतो में सभी समूहो का प्रशिक्षण दिया जाना है
प्रशिक्षण में एनआरएलएम ब्लॉक पोरसा टीम के रूप में श्री तपन मिश्रा श्री कमलेश सेवर का सहयोग से प्रशिक्षण का आयोजन किया गया। प्रशिक्षिक के रूप में सोनाली तोमर मिथलेश तोमर के माध्यम से प्रशिक्षण दिया गया।
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